अगर आप भी किसी के भरोसे में आकर Google Apps से JioCoin App डाउनलोड करके JioCoin की खरीद-बिक्री कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। रिलायंस Jio ने ऐसा कोई भी JioCoin App लांच नहीं किया है। कंपनी ने इस बारे में प्रेस रिलीज जारी किया है और JioCoin App संबंधी अफवाहों से सावधान रहने की अपील की है।
आपको बता दूं कि कुछ वेबसाइट्स Jio Coin की खरीद-बिक्री का दावा कर रहे हैं जो कि पूरी तरह से फर्जी है। आप उन वेबसाइट्स की बातों में मत फंसे।
आपको बता दूं कि कुछ समय मीडिया में खबर आई थी कि रिलायंस जियो दुनिया भर में तेजी से अपनी धाक जमा रही डिजिटल करेंसी जगत में कदम रखने जा रही है। खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि कंपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल करेंसी या वर्चुअल करेंसी या फिर आभासी मुद्रा जियाकॉइन लॉन्च करेगी। साथ ही ये भी कहा गया था कि इस काम के लिए मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी की अगुआई में 50 पेशेवरों की टीम बनाई जा रही है। इस टीम की औसत आयु 25 वर्ष होगी। यह टीम क्रिप्टोकरेंसी के लिए जरूरी ब्लॉकचेन का निर्माण करेगी और उसके तकनीकी पहलुओं पर निगाह रखेगी। इस सप्लाई चेन में शामिल होने वाले ‘जियोक्वाइन’ के जरिये खरीद-फरोख्त कर सकेंगे। इसी खबर के बाद फर्जीवाड़ा करने वालों ने JioCoin खरीद-बिक्री के लिए एप्स, वेबसाइट्स लॉन्च कर भोले-भाले निवेशकों को फंसाने का काम शुरू कर दिया था। तो आप भी सावधान रहें....
आपको बता दूं कि कुछ वेबसाइट्स Jio Coin की खरीद-बिक्री का दावा कर रहे हैं जो कि पूरी तरह से फर्जी है। आप उन वेबसाइट्स की बातों में मत फंसे।
आपको बता दूं कि कुछ समय मीडिया में खबर आई थी कि रिलायंस जियो दुनिया भर में तेजी से अपनी धाक जमा रही डिजिटल करेंसी जगत में कदम रखने जा रही है। खबर में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि कंपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल करेंसी या वर्चुअल करेंसी या फिर आभासी मुद्रा जियाकॉइन लॉन्च करेगी। साथ ही ये भी कहा गया था कि इस काम के लिए मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश अंबानी की अगुआई में 50 पेशेवरों की टीम बनाई जा रही है। इस टीम की औसत आयु 25 वर्ष होगी। यह टीम क्रिप्टोकरेंसी के लिए जरूरी ब्लॉकचेन का निर्माण करेगी और उसके तकनीकी पहलुओं पर निगाह रखेगी। इस सप्लाई चेन में शामिल होने वाले ‘जियोक्वाइन’ के जरिये खरीद-फरोख्त कर सकेंगे। इसी खबर के बाद फर्जीवाड़ा करने वालों ने JioCoin खरीद-बिक्री के लिए एप्स, वेबसाइट्स लॉन्च कर भोले-भाले निवेशकों को फंसाने का काम शुरू कर दिया था। तो आप भी सावधान रहें....
फर्जी है, भरोसा मत करें |
गौरतलब है कि आभासी मुद्रा को लेकर सरकार और आरबीआई ने पिछले दिनों कई बार चेतावनी जारी की थी। इसमें कहा था कि बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दी गई है और इसमें निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है।
अगर दुनियाभर में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की बात करें, साल 2017 में बिटक्वाइन ने नई ऊंचाईयों को छुआ जब इसके एक विटक्वाइन की कीमत करीब 13 लाख रुपये तक पहुंच गई थी। विटक्वाइन को एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे 2009 में एक अनजान इन्सान ने एलियस सतोशी नाकामोटो के नाम से क्रिएट किया था। इसके जरिए बिना बैंक को माध्यम बनाए लेन-देन किया जा सकता है।
(मैं हूं बिटक्वाइन...दुनिया मेरी दीवानी...सुनिये, मेरी कहानी...
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