मंगलवार, 19 अक्तूबर 2021

Bito- प्रोशेयर्स बिटकॉइन स्ट्रेैटेजी ईटीएफ की अमेरिका में ट्रेडिंग शुरू, क्रिप्टोकरेंसी के लिए एक और ऐतिहासिक दिन


क्रिप्टोकरेंसी के लिए आज (19-10-2021) का दिन एक और ऐतिहासिक दिन रहा। प्रोशेयर्स ने बिटकॉइन स्ट्रैटेजी  ईटीएफ आज न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) पर लिस्ट कराया। इसका टिकर नाम Bito है। 



Bito पहले दिन के कारोबार के दौरान 3 प्रतिशत से ज्यादा उछला।  



अमेरिका समेत किसी भी बड़ी इकोनॉमी ने बिटकॉइन, इथीरियम, रिप्पल जैसी क्रिप्टोकरेंसी को सरकारी मान्यता भले ही नहीं दी हो, फिर भी उनका रुतबा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। 

हालांकि, अमेरिका का मार्केट रेगुलेटर द सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमिशन ने औपचारिक तौर पर इसको मंजूरी नहीं दी है। 


अल-सल्वाडोर के बाद बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी को इन देशों ने आधिकारिक मान्यता दी

बिटकॉइन को इस देश ने दी कानूनी मान्यता, जानिए कानूनी मान्यता देने वाला यह पहला देश कौन है

RBI ने बिटकॉइन समेत सभी क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों और कारोबारियों को राहत दी 

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मंगलवार, 5 अक्तूबर 2021

क्रिप्टोकरेंसी में कमाई के काफी मौके, नजरअंदाज करना मुश्किल: BofA


क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चंद छोटे छोटे देशों को छोड़कर दुनियाभर में कोई साफ साफ स्थिति नहीं है। क्रिप्टोकरेंसी को ना तो सरकारी मान्यता मिली है और ना ही उसको लेकर कानून बना है। बावजूद इसके बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) को लगता है कि इसमें कमाई के काफी मौके हैं। 



क्रिप्टोकरेंसी के 50 हजार डॉलर के स्तर से ऊपर कारोबार की वजह से इसमें निवेशकों का एक बार फिर भरोसा बढ़ रहा है। सितंबर में अल-सल्वाडोर द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता देने के बाद बिटकॉइन की यह सबसे अधिक है। न्यू यॉर्क में बिटकॉइन 2.5 प्रतिशत की बढ़त के साथ 50,307 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। 

बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया इतनी बड़ी है कि उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। उसने कहा कि-हमारे हिसाब से इसमें काफी मौके हो सकते हैं। बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) ने अपने तर्क के पक्ष में दलीलें भी दी है। उसने कहा है कि चीन में क्रिप्टोकरेंसी कारोबार पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद उसमें तेजी आ रही है, जो दर्शाती है कि उसमें काफी दम है। 

बैंक ऑफ अमेरिका (BofA) ने आग ये भी कहा है कि अगर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर स्पष्ट कानून बन जाएं तो उसमें और भी तेजी आ सकती है। बैंक का कहना है कि कानून नहीं होने से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर निवेशकों में जो अनिश्चितता बनी हुई है वो खत्म हो जाएगी और निवेशक भरोसा के साथ क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर सकेंगे। 


अल-सल्वाडोर के बाद बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी को इन देशों ने आधिकारिक मान्यता दी

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क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अमेरिका से अच्छे संकेत, क्रिप्टोकरेंसी में लगातार 7वें हफ्ते खरीदारी


चीन की क्रिप्टोकरेंसी कारोबार पर सख्ती के बीच अमेरिका से इसके कारोबारियों के लिए अच्छे संकेत मिल रहे हैं। हालांकि इसी बीच क्रिप्टोकरेंसी के निवेशकों के लिए अच्छी खबर आ रही है।  एक आंकड़ा के मुताबिक, 1 अक्टूबर को समाप्त हुए लगातार 7वें हफ्ते में क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों ने पैसे निवेश किए हैं।  डिजिटल एसेट निवेशकों को पेशेवराना समाधान देने वाली कंपनी CoinShares ने 3 अक्टूबर को जारी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी। कंपनी ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अमेरिकी रेगुलेटर द्वारा हाल ही में दिए गए सकारात्मक बयान से निवेशकों का हौंसला बढ़ा है। 



CoinShares के मुताबिक, पिछले हफ्ते क्रिप्टोकरेंसी बाजार में 90.2 मिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश हुआ, जिसमें से केवल बिटकॉइन में 69 मिलियन डॉलर आए। अगर पिछले 7 हफ्ते की बात करें तो क्रिप्टो में 390 मिलियन डॉलर का निवेश हुआ है। अगर 2021 की बात करें तो अभी तक क्रिप्टो में 6.1 बिलियन डॉलर निवेश आ चुका है। बिटकॉइन में लगातार तीसरे हफ्ते खरीदारी हुई है। 

CoinShares ने क्रिप्टो में खरीदारी बढ़ने की वजहों के बारे में बताया है। उसके मुताबिक, इस निवेश प्रोडक्ट में निवेशकों के बढ़ते भरोसा के साथ साथ अमेरिकी सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन (SEC) और फेडरल रिजर्व द्वारा इसके समर्थन में दिए गए बयान से इसमें खरीदारी बढ़ रही है। 

सिक्योरिटीज एक्सचेंज कमीशन (SEC)  के चेयरमैन गैरी गेंसलर ने पिछले हफ्ते फाइनेंशियल टाइम्स कॉन्फ्रेंस में बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स के पक्ष में बात कही थी। गेंसलर के इस बयान के अगले ही दिन फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कांग्रेस के समक्ष कहा था कि फेड का इरादा क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने का नहीं है। 

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भारत में क्रिप्टोकरेंसी के प्रति दीवानगी बढ़ी, एक साल में 641% उछला क्रिप्टोकरेंसी बाजार


भारत में बिटकॉइन, इथीरियम, रिप्पल समेत दूसरे क्रिप्टोकरेंसी को अभी तक सरकारी मान्यता नहीं मिली है, इसको लेकर साफ साफ कानून भी नहीं है, देश का केंद्रीय बैंक भारतीय रिजर्व बैंक इसको लेकर बार बार आम लोगों को चेताते भी रहता है, सुप्रीम कोर्ट आरबीआई द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार पर रोक लगाने को गैर-कानूनी घोषित कर चुका है, इन सबके बीच भारतीयों में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दीवानगी लगातार बढ़ रही है। इसका गवाह है कि पिछले एक साल में भारत में क्रिप्टोकरेंसी बाजार में आए 641 प्रतिशत का उछाल। भारत में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज मौजूद हैं जिनके निवेशक उसमें पैसे लगा सकते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी गितिविधियों पर सरकार और वित्तीय संस्थाओं को डाटा, सॉफ्टवेयर, सर्विस और रिसर्च देने वाली कंपनी Chainalysis ने इस आंकड़े की जानकारी दी है। 

Chainalysis के मुताबिक, मध्य और दक्षिण एशिया में तीन देश भारत, पाकिस्तान और वियतनाम क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। Chainalysis का कहना है कि पिछले एक साल में भारत का क्रिप्टोकरेंसी मार्केट 641 प्रतिशत, जबकि पाकिस्तान का 711 प्रतिशत उछला। खास देश द्वारा स्वीकृत किए जा रहे क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित पैमाने के आधार पर ये आंकड़ा निकाला गया है। 

उसने अपनी रिपोर्ट में आगे कहा है कि मध्य और दक्षिण एशिया में क्रिप्टोकरेंसी संबंधित उद्यमिता और वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट बढ़ने से इस क्षेत्र के विकेंद्रित वित्त ( DeFi- Decentralised Finance) प्लेटफॉर्म भारत की हिस्सेदारी 59 प्रतिशत जबकि पाकिस्तान की 33 प्रतिशत हो गई है। 10 मिलियन डॉलर से अधिक की कीमत वाले क्रिप्टोकरेंसी को भारत स्थित पते पर 42 प्रतिशत, पाकिस्तान स्थित पते पर 28 प्रतिशत जबकि वियतनाम स्थित पते पर 29 प्रतिशत भेजा गया। इस आंकड़े से पता चलता है कि भारत में बड़े क्रिप्टोकरेंसी कारोबारी मौजूद हैं। 

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रविवार, 26 सितंबर 2021

दिग्गज क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Huobi Global चीन से अपना कारोबार समेटेगा, ग्राहकों की संपत्ति की सुरक्षा का दिया भरोसा


चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ( PBoC) द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन और उसकी माइनिंग पर रोक लगाने के बाद स्थानीय क्रिप्टोकरेंसी Huobi Global ने स्थानीय ग्राहकों के साथ कारोबार बंद कर देगा। एक्सचेंज ने कहा है कि उसने नए कानून का पालन करने के लिए मेनलैंड चीन के ग्राहकों के साथ 24 सितंबर से ही लेनदेन बंद कर दिया है, जबकि इस साल के अंत तक सारे मेनलैंड ग्राहकों के साथ करार को रद्द कर देगा।  
एक्सचेंज ने साथ ही अपने ग्राहकों को भरोसा दिया है कि उनकी संपत्ति की सुरक्षा के लिए कानून के हिसाब से वह चीन में स्थित अपने दफ्तरों को खाली कर देगा।  


आपको बता दूं कि 24 सितंबर को पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने अपने देश में सभी क्रिप्टोकरेंसी .या वर्चुअल करेेसी की ट्रेडिंग, डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग के साथ साथ अपने देश में विदेशी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के कारोबार पर भी रोक लगा दी है। इसने अलीबाबा के एंट ग्रुप जैसी बैंकिंग और गैर-बैंकिंग भुगतान संस्थाओं द्वारा क्रिप्टोकरेंसी या वर्चुअल करेंसी में भुगतान लेने पर भी रोक लगा दी है। इससे पहले इस साल मई में भी चीन की सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग, उसकी लेन-देन और दूसरी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। इससे पहले भी चीन में 2013 और 2017 में क्रिप्टोकरेंसी पर ऐसी ही सख्ती की गई थी। 
पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना द्वारा 24 सितंबर को सभी क्रिप्टोकरेंसी गतिविधियों को गैर-कानूनी घोषित किए जाने के बाद कॉइन मीट्रिक्स डाटा के अनुसार बिटकॉइन करीब 5प्रतिशत लुढ़ककर 42,496.12 डॉलर पर, जबकि इथीरियम 7 प्रतिशत फिसलकर 2921.53 डॉलर पर आ गया। हालांकि 26 सितंबर को इसकी कीमतों में सुधार देखा गया। 

खबर लिखे जाने के समय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर बिटकॉइन जहां 1.08 प्रतिशत की तेजी से 43,174.67 डॉलर पर, जबकि इथीरियम  कारोबार कर 1.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2967.61 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। साथ ही इन क्रिप्टोकरेंसी कीमतों में तेजी का रुझान बना हुआ है। 

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चीन में बिटकॉइन और दूसरे क्रिप्टोकरेंसी पर सख्ती, भारी गिरावट के बाद कीमतों में सुधार


चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ( PBoC) ने क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन और उसकी माइनिंग पर रोक लगा दी है। इससे सबसे शक्तिशाली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के अलावा इथीरियम, रिप्पल की कीमतों में भी शुक्रवार यानी 24 सितंबर को तगड़ी गिरावट आई है। हालांकि, तगड़ी गिरावट के बाद इनकी कीमतों में तेजी देखी जा रही है। 

पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना द्वारा  सभी क्रिप्टोकरेंसी गतिविधियों को गैर-कानूनी घोषित किए जाने के बाद कॉइन मीट्रिक्स डाटा के अनुसार बिटकॉइन करीब 5प्रतिशत लुढ़ककर 42,496.12 डॉलर पर, जबकि इथीरियम 7 प्रतिशत फिसलकर 2921.53 डॉलर पर आ गया। हालांकि 26 सितंबर को इसकी कीमतों में सुधार देखा गया। 



खबर लिखे जाने के समय क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर बिटकॉइन जहां 1.08 प्रतिशत की तेजी से 43,174.67 डॉलर पर, जबकि इथीरियम  कारोबार कर 1.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2967.61 डॉलर पर कारोबार कर रहा था। साथ ही इन क्रिप्टोकरेंसी कीमतों में तेजी का रुझान बना हुआ है। 

पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना  ने अपने देश में सभी क्रिप्टोकरेंसी .या वर्चुअल करेेसी की ट्रेडिंग, डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग के साथ साथ अपने देश में विदेशी क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के कारोबार पर भी रोक लगा दी है। इसने अलीबाबा के एंट ग्रुप जैसी बैंकिंग और गैर-बैंकिंग भुगतान संस्थाओं द्वारा क्रिप्टोकरेंसी या वर्चुअल करेंसी में भुगतान लेने पर भी रोक लगा दी है। इससे पहले इस साल मई में भी चीन की सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग, उसकी लेन-देन और दूसरी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। इससे पहले भी चीन में 2013 और 2017 में क्रिप्टोकरेंसी पर ऐसी ही सख्ती की गई थी। 

चीन में बिटकॉइन और दूसरे क्रिप्टोकरेंसी पर सख्ती, भारी गिरावट के बाद कीमतों में सुधार

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सोमवार, 13 सितंबर 2021

अल-सल्वाडोर के बाद बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी को इन देशों ने आधिकारिक मान्यता दी

 

दुनिया की मान्यताप्राप्त और कानूनी करेंसी के मुकाबले इन दिनों बिटकॉइन, इथीरियम, रिप्पल जैसे किप्टोकरेंसी काफी चर्चा में हैं। इनका रुतबा लगातार बढ़ रहा है। नामी-गिरामी कंपनियां लेन-देन में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर रहे हैं, निवेशकों की रुचि इसमें लगातार बढ़ रही है, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज शेयर मार्केट में लिस्ट हो रहे हैं और अब तो दुनिया की सरकारें भी इसको सरकारी मान्यता दे रही हैं। 
अल-सल्वाडोर संसद में बिटकॉइन पर वोटिंग
मध्य अमेरिकी देश अल-सल्वाडोर के बिटकॉइन को कानूनी मान्यता देने के बाद क्यूबा और यूक्रेन ने भी इसे कानूनी मान्यता दे दी है। क्यूबा और यूक्रेन में भी क्रिप्टोकरेंसी को खरीद सकते हैं, बेच सकते हैं, उसको रख सकते हैं और उसमें कारोबार कर सकते हैं। इसके अलावा पनामा में भी बिटकॉइन समेत दूसरे क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता देने के लिए बिल पेश किया गया है। अल-सल्वाडोर ने विदेशी निवेशकों को बिटकॉइन से हुए मुनाफे या आमदनी पर टैक्स से छूट की भी घोषणा की है। 
Ukraine Parliament 



यूक्रेन में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी पर ना तो प्रतिबंध लगा हुआ था और ना ही कानूनी मान्यता मिली हुई थी। हालांकि यूक्रेन में क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता तो मिल गई है लेकिन अभी भी इसका इस्तेमाल यूक्रेन की राष्ट्रीय मुद्रा या मुद्रा के तौर पर नहीं किया जा सकता है। यूक्रेन में क्रिप्टोकरेंसी का रोजाना टर्नओवर 37 हजार डॉलर का है।  
क्यूबा में बिटॉइन को मान्यता 


क्यूबा के केंद्रीय बैंक ने भी बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता दे दी है। साथ ही क्यूबा ने क्रिप्टोकरेंसी को आधिकारिक तौर पर करेंसी घोषित किया है। माना जा रहा है कि उरुग्वे भी जल्द ही क्रिप्टोकरेंसी को आधिकारिक मान्यता देने वाले देशों में शामिल हो सकता है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बार बार दी जा रही चेतावनी के बावजूद ये देश क्रिप्टोकरेंसी को आधिकारिक मान्यता दे रहे हैं।  

जहां तक बात भारत की है तो यहां क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून तो नहीं है लेकिन क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज काम कर रहे हैं, किप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री भी हो रही है, सुप्रीम कोर्ट क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की आरबीआई की कोशिश को नाकाम भी कर चुका है। इन सबके बीच आरबीआई बार बार क्रिप्टोकरेंसी के खतरे को लेकर आगाह कर रहा है।  

अल-सल्वाडोर के बाद बिटकॉइन क्रिप्टोकरेंसी को इन देशों ने आधिकारिक मान्यता दी

बिटकॉइन को इस देश ने दी कानूनी मान्यता, जानिए कानूनी मान्यता देने वाला यह पहला देश कौन है

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Bitcoin में पैसा लगाने वाले जरूर देखें

US Regulator SEC approves Bitcoin ETFs, Boosting Cryptocurrency Market. बिटकॉइन में पैसा लगाने वालों के लिए नए साल में अमेरिका से बड़ा तोहफा...