चीन और दक्षिण कोरिया में बिटकॉइन, इथीरियम, रिप्पल जैसी क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग पर जारी सख्ती से क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक बार फिर से हाहाकार मच गई। क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज CoinBase पर मंगलावर को बिटकॉइन 28 प्रतिशत गिरकर 10,000 डॉलर के नीचे पहुंच गई, वहीं इथीरियल 24 घंटों के भीतर 30 प्रतिशत फिसली। इथीरियल 964 डॉलर के नीचे पहुंच गई थी। बात अगर, तीसरी महत्वपूर्ण क्रिप्टोकरेंसी रिप्पल की करें, तो कुछ क्षणों के लिए यह 46 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करते हुए एक डॉलर के भी नीचे पहुंच गई। Coin Market Cap ने इसकी जानकारी दी।
आपको बता दूं कि CoinBase अमेरिका का दिग्गज क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म है जहां बिटकॉइन, इथीरियम, लाइटकॉइन (Litecoin) और बिटकॉइन कैश की ट्रेडिंग होती है।
दक्षिण कोरिया, जो कि बिटकॉइन, इथीरियम, रिप्पल का एक महत्वपूर्ण बाजार है, के एक मंत्री ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग पर रोक लगाने के लिए कानून लाने की बात कही थी। हालांकि, बाद में दक्षिण कोरियाई सरकार ने साफ किया कि क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाने से पहले वह सभी पक्षों से बातचीत करेगी। उधर, चीन में भी पिछले साल क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बंद करने के बाद इस साल अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग कराने वाली वेबसाइट और मोबाइल एप को बंद करने की चेतावनी दी।
दक्षिण कोरिया ने कहा कि अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को बंद करने में जल्दबाजी नहीं करेगा और इस बारे में अभी और विचार विमर्श करेगी। आपको बता दूं कि पिछले हफ्ते ही खबर आई थी कि वहां की सरकार अपने देश में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज को बंद करने के लिए कानून लाने की तैयारी कर रही है। इस खबर से एक दिन में क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के करीब 100 बिलियन डॉलर डूब गए था।
दक्षिण कोरिया ने इसके अलावा, अपने यहां के दो
Coinone और Bithumb,पर छापा भी मारा था। दक्षिण कोरिया की सरकार ने कहा है कि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर रोक लगाने से पहले संबंधित विभागों से अभी बातचीत करेगी। आपको बता दूं कि पिछले कुछ समय से दक्षिण कोरिया लगातार अपने यहां क्रिप्टोकरेंसी की सटोरिया ट्रेडिंग को काबू में करने की कोशिश कर रहा है। इसी कोशिश के तहत पिछले साल सितंबर में स्थानीय फाइनेंशियल सर्विस कमीशन ने अपने यहां इनिशियल कॉइन ऑफरिंग्स ( ICO-पैसा जुटाने के लिए नई क्रिप्टोकरेंसी शुरू करना) पर रोक लगाने की धमकी दी थी।
अगर दुनियाभर में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी की बात करें,
साल 2017 में बिटक्वाइन ने नई ऊंचाईयों को छुआ जब इसके एक विटक्वाइन की कीमत करीब 13 लाख रुपये तक पहुंच गई थी। विटक्वाइन को एक ऑनलाइन एक्सचेंज के माध्यम से कोई भी खरीद सकता है। इसकी खरीद-फरोख्त से फायदा लेने के अलावा भुगतान के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। इसे 2009 में एक अनजान इन्सान ने एलियस सतोशी नाकामोटो के नाम से क्रिएट किया था। इसके जरिए बिना बैंक को माध्यम बनाए लेन-देन किया जा सकता है।